गरोठ (kailash vishwakarma)। बुधवार शाम गरोठ थाना क्षेत्र के गांव पीपलखेड़ा में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जहां खेत में सिंचाई के दौरान किसान प्रहलाद मेघवाल (53) की करंट लगने से मौत हो गई। घटना के बाद गांव में शोक की लहर फैल गई है।
जानकारी के अनुसार, प्रहलाद मेघवाल शाम को अपने खेत में मोटर चालू करने गए थे ताकि सिंचाई के लिए पानी चलाया जा सके। देर रात तक जब वे घर नहीं लौटे, तो परिवारजन चिंतित हो उठे। परिजनों ने पड़ोसी जेतराम और अन्य ग्रामीणों के साथ खेत की ओर रुख किया, जहां पहुंचने पर उन्होंने प्रहलाद को मोटर पंप के पास मृत अवस्था में पाया।

सूचना पर गरोठ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा बनाकर शव को इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सालय गरोठ पहुंचाया। डॉक्टरों ने जांच के बाद स्पष्ट किया कि मृत्यु करंट लगने से हुई है।
गुरुवार सुबह करीब 8 बजे शव का पोस्टमॉर्टम किया गया, जिसके बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई गई है कि मोटर की विद्युत वायरिंग में खराबी या खुले तारों से करंट उतरने के कारण यह हादसा हुआ।
ग्रामीणों ने जताई नाराजगी — “पुरानी लाइनें हादसों का कारण”
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पुरानी बिजली लाइनें, ढीले तार और अनियमित आपूर्ति के कारण अक्सर खतरा बना रहता है। कई बार विभाग को सूचना देने के बावजूद सुधार कार्य नहीं किए जाते। ग्रामीणों ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक प्रहलाद मेघवाल अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। उनके निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में हर आंख नम है और लोग प्रशासन से बिजली सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन ने कहा — तकनीकी जांच होगी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विद्युत विभाग को तकनीकी जांच के निर्देश दिए गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि करंट उतरने का वास्तविक कारण क्या था। विभागीय लापरवाही पाई जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में विद्युत सुरक्षा और रखरखाव व्यवस्था की खामियों पर सवाल खड़ा कर रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि बिजली विभाग खेतों में लगाए गए मोटर कनेक्शनों की नियमित जांच करे, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।
