रतलाम/आलोट, 7 अगस्त 2025 — मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के आलोट थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम धरोला में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। मामूली पारिवारिक विवाद में एक पिता ने अपने ही पुत्र की चाकू से हमला कर हत्या कर दी। घटना के बाद पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल व्याप्त है, वहीं ग्रामीणों ने थाने पर पहुँचकर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए चक्काजाम भी किया।
🏠 मामूली विवाद ने ली भयावह रूप
घटना बुधवार देर रात लगभग 11:30 बजे की है जब धरोला निवासी गोवर्धन और उसकी पत्नी के बीच पानी देने को लेकर विवाद हुआ। उसी समय घर के बाहर खड़ा उनका बेटा समरथ शोर सुनकर अंदर आया और अपने माता-पिता को समझाने का प्रयास करने लगा।

लेकिन स्थिति सामान्य होने के बजाय और बिगड़ गई। गोवर्धन ने गुस्से में आकर अपने बेटे समरथ पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे उसके गले पर गंभीर चोट आई। हमला इतना गहरा था कि समरथ मौके पर ही लहूलुहान हो गया।

समरथ
🏥 अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम
घटना के तुरंत बाद परिजन और ग्रामीण समरथ को आलोट के शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक खबर ने न सिर्फ उसके परिवार को बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया।
👮♂️ आरोपी पिता गिरफ्तार, गांव में आक्रोश
हत्या की सूचना मिलते ही आलोट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपी पिता गोवर्धन को तुरंत गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार सुबह समरथ का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
घटना की जानकारी फैलते ही बड़ी संख्या में गांववाले और मृतक के परिजन थाने पर जमा हो गए। आक्रोशित लोगों ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए उसका जुलूस निकालने की भी बात कही।
🚧 चक्काजाम और तनाव का माहौल
परिजनों की मांगों को लेकर विवाद उस समय और अधिक बढ़ गया जब ग्रामीणों ने थाने के सामने मुख्य सड़क पर चक्काजाम कर दिया। स्थिति कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गई, लेकिन मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत कर समझाइश दी और जाम खुलवाया।
🧑🤝🧑 गांव में पसरा मातम, प्रशासन सतर्क
इस घटना ने गांव में गहरा शोक फैला दिया है। 26 वर्षीय समरथ की हत्या ने हर किसी को अंदर तक हिला दिया है। गांव में अभी भी मातमी सन्नाटा पसरा है, जबकि पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखी है।
📌 क्या कहती है पुलिस?
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह पारिवारिक विवाद का मामला है। आरोपी पिता के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच जारी है। पीड़ित परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि घटना के पीछे की परिस्थितियों को पूरी तरह स्पष्ट किया जा सके।
📍 घटना का विश्लेषण
यह घटना न सिर्फ एक पारिवारिक विघटन का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे गुस्से और आपसी असहमति की अनदेखी एक जानलेवा त्रासदी में बदल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि समाज में घरेलू विवादों को सुलझाने के लिए संवाद और परामर्श की आवश्यकता है।
📝 निष्कर्ष
धरोला गांव की यह घटना एक पिता-पुत्र के रिश्ते की सबसे दर्दनाक परिणति बन गई है। छोटी-छोटी बातों पर बेकाबू होते क्रोध और हिंसा की प्रवृत्ति ने एक परिवार को तोड़ दिया और एक युवा की जान ले ली। पुलिस की तत्परता ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि घरेलू हिंसा के खिलाफ समाज को और अधिक संवेदनशील और सजग होने की आवश्यकता है।
