मंदसौर जिले के गरोठ थाना क्षेत्र में हुई एक हत्या की घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। ग्राम बोलिया में कर्ज और प्रेम प्रसंग में शक के चलते एक व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका की धारदार हथियार से हत्या कर दी। पुलिस ने तेज कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्या का पूरा मामला
घटना 29 दिसंबर 2024 की है, जब ग्राम बोलिया निवासी संजय माली ने गरोठ थाने में अपनी पत्नी मांगीबाई माली (40 वर्ष) की मृत्यु की सूचना दी। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर इसे संदिग्ध मानते हुए मर्ग क्रमांक 86/2024 दर्ज किया और जांच शुरू की।
पुलिस जांच में मृतिका के परिजनों से पूछताछ और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर पता चला कि मांगीबाई की मौत सामान्य नहीं, बल्कि हत्या थी। इस खुलासे के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की।
आरोपी की पहचान और हत्या का कारण
जांच में सामने आया कि मृतिका मांगीबाई का प्रेम संबंध विकेश लोहार (35 वर्ष) नामक व्यक्ति से था। विकेश ने मांगीबाई से कर्ज लिया था, जिसे वह लौटा नहीं पा रहा था। इसके अलावा, प्रेम संबंधों में शक भी दोनों के बीच विवाद का कारण बना।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि बार-बार पैसे लौटाने की मांग और शक की वजह से वह परेशान हो गया था। इसी गुस्से और तनाव में उसने धारदार चाकू से मांगीबाई की हत्या कर दी।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
मंदसौर पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमलता कुरील व एसडीओपी राजाराम धाकड़ के मार्गदर्शन में गरोठ थाना प्रभारी मनोज महाजन और उनकी टीम ने इस मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने गहन छानबीन और साइबर सेल की मदद ली। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
जांच के दौरान सामने आए तथ्य
आरोपी विकेश लोहार ने खुलासा किया कि उसने कर्ज की रकम न लौटा पाने और प्रेमिका द्वारा बार-बार दबाव बनाए जाने के चलते हत्या की योजना बनाई। हत्या के दिन उसने मांगीबाई को बातचीत के बहाने बुलाया और विवाद के बाद धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी।
पुलिस टीम का सराहनीय योगदान
इस हत्या के मामले को सुलझाने में पुलिस टीम का योगदान सराहनीय रहा। टीम में उप निरीक्षक मनोज महाजन, सउनि धन्नालाल योगी, सउनि लक्ष्मीलाल जोशी, प्रधान आरक्षक दशरथ मालवीय (साइबर सेल), प्रधान आरक्षक आशीष बैरागी (साइबर सेल), आरक्षक राजेंद्र गुर्जर, रामकरण गुर्जर, संजय देंतवार और अशोक कागड़े शामिल थे।
पुलिस ने न केवल आरोपी को गिरफ्तार किया, बल्कि पूरे मामले को सुलझाने में गहन जांच और तकनीकी संसाधनों का उपयोग किया।
स्थानीय प्रतिक्रिया
ग्राम बोलिया और आसपास के क्षेत्र में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने पुलिस की तेज कार्रवाई और मामले को सुलझाने के प्रयासों की सराहना की है।
पुलिस की अपील
मंदसौर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को कर्ज संबंधी विवाद या आपसी विवाद की जानकारी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इससे ऐसी घटनाओं को समय पर रोका जा सकता है।
निष्कर्ष
मंदसौर जिले के गरोठ थाना क्षेत्र की इस घटना ने यह दिखाया कि कर्ज और शक किस हद तक इंसान को अपराध की ओर धकेल सकता है। हालांकि, पुलिस की तत्परता और मेहनत ने इस जघन्य अपराध के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना एक सबक भी है कि आपसी विवादों को बातचीत से सुलझाने का प्रयास करना चाहिए।