शामगढ़। गुरुवार की सुबह शामगढ़ के दाल मिल क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गई जब उज्जैन साइबर टीम ने कई सरकारी गाड़ियों के साथ एक बंद मकान पर दबिश दी। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मकान का शटर हमेशा बंद रहता था और यहां युवतियां कंप्यूटर सेंटर जैसा कोई काम करने आती थीं, लेकिन शटर कभी खुलता नहीं था। मकान पर किसी कंपनी या साइबर कैफे का बोर्ड भी नहीं लगा हुआ था, जिससे शक और गहरा हो गया कि अंदर अवैध गतिविधियां संचालित हो रही थीं।
उज्जैन साइबर डीएसपी लीना मारोट की टीम ने इस संदिग्ध मकान पर छापा मारा और 18 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 15 युवतियां और 3 युवक शामिल थे। टीम ने गिरफ्तार किए गए सभी को बस से उज्जैन ले जाया गया। साइबर टीम द्वारा इस मकान को सील लगाकर बंद कर दियागया l
हालांकि, उज्जैन से आई साइबर टीम ने इस संबंध में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी। शामगढ़ थाना प्रभारी उदय सिंह अलावा ने इस कार्रवाई की पुष्टि की और बताया कि यह छापेमारी साइबर अपराध से जुड़े मामले की जांच के तहत की गई है।
पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय लोग मकान के बारे में अलग-अलग चर्चाएं करने लगे। फिलहाल, पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है और उम्मीद है कि जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा।
यशस्वी दुनिया को थाना प्रभारी द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, मकान में कोई वैध गतिविधि नहीं चल रही थी, जिससे यह साफ है कि यहां अवैध साइबर गतिविधियों का संचालन किया जा रहा था। पुलिस अब गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर रही है ताकि इस मामले से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचा जा सके।