विद्यार्थियों में प्रतियोगी सोच विकसित करने की पहल, दो चरणों में आयोजित होगा आयोजन
भोपाल।
प्रदेश के समस्त शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 2 से लेकर कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों के लिए इस वर्ष मंच क्विज ओलंपियाड 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों को राष्ट्रीय और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक और समसामयिक ज्ञान से जोड़ना है, साथ ही उन्हें हिन्दी, अंग्रेज़ी, विज्ञान और गणित जैसे मुख्य विषयों में दक्षता दिलाना है।

📅 दो चरणों में होगा आयोजन:
- जन शिक्षा केन्द्र स्तरीय आयोजन – सितंबर 2025
- जिला स्तरीय आयोजन – नवंबर 2025
📥 ऑनलाइन पंजीयन की अंतिम तिथि: 30 जुलाई 2025
प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को अपने शिक्षकों के सहयोग से RSKMP पोर्टल पर 30 जुलाई तक ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा।
✏️ OMR शीट पर हल करेंगे प्रश्न, कक्षा 2 से होगी शुरुआत
राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा इस बार की सबसे अहम पहल यह है कि कक्षा 2 और 3 के विद्यार्थियों को भी अब OMR शीट पर प्रश्न हल करने का अवसर मिलेगा। यह प्रयोग विद्यार्थियों को प्रारंभ से ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेगा।
विषयवार वर्गीकरण इस प्रकार है:
कक्षा | विषय |
---|---|
2 व 3 | हिन्दी, इंग्लिश, गणित |
4 व 5 | हिन्दी, इंग्लिश, गणित, पर्यावरण |
6, 7 व 8 | हिन्दी, संस्कृत, इंग्लिश, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान |
🎯 चयन प्रक्रिया:
कक्षा 2 व 3:
- हर जन शिक्षा केन्द्र से 28 विद्यार्थी जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित होंगे।
कक्षा 6 से 8:
- सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 36 विद्यार्थी जन शिक्षा केन्द्र से जिला स्तरीय प्रतियोगिता में पहुँचेंगे।
राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक श्री हरजिंदर सिंह ने इस आयोजन के संबंध में सभी जिला कलेक्टरों और शिक्षा अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
📘 दिशा-निर्देश भेजे गए:
राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रतियोगिता की समुचित तैयारी के लिए विस्तृत गाइडलाइन जिला शिक्षा केन्द्रों और शालाओं को पहले ही भेज दी हैं। इन निर्देशों में विद्यार्थियों के चयन, पंजीयन प्रक्रिया, मूल्यांकन प्रणाली और पुरस्कार वितरण से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ सम्मिलित हैं।
🎓 उद्देश्य: नवाचार और प्रतिस्पर्धा का समावेश
राज्य शिक्षा विभाग का यह प्रयास विद्यार्थियों में प्रतियोगी भावना, सामाजिक जागरूकता और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाला है। विशेषकर ग्रामीण अंचलों के विद्यार्थियों को इससे राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं का अनुभव मिलेगा।

