📍गरोठ (मंदसौर), 06 अगस्त 2025
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से होकर गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक संगठित चोरी की वारदात सामने आई है, जिसने चोरी की बड़ी वारदात – ट्रक से फॉग कंपनी के 40 कार्टून सेंट्स उड़ाए न केवल पुलिस प्रशासन को चौकन्ना कर दिया है, बल्कि ट्रक चालकों और मालवाहन कंपनियों में भी असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। जानकारी के अनुसार, गरोठ टोल नाके से कुछ ही दूरी पर स्थित फूड ज़ोन रेस्ट एरिया में खड़े एक ट्रक से अज्ञात चोरों ने फॉग कंपनी के 40 कार्टून सेंट्स चुरा लिए।
🛣️ घटना का स्थान और समय
यह चोरी 01 अगस्त की रात करीब 11:30 बजे से लेकर 02 अगस्त की मध्यरात्रि 12:05 बजे के बीच घटी। यह स्थान गरोठ टोल से करीब 5 किलोमीटर दूर सीतामऊ की ओर स्थित फूड ज़ोन रेस्ट एरिया है, जहां ट्रक चालक आराम कर रहे थे। अंधेरे और सुनसान वातावरण का फायदा उठाते हुए चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया।

चोरी की रिपोर्ट गरोठ पुलिस थाने में मांगीलाल पिता मांगतुराम सैनी (उम्र 47 वर्ष), निवासी बैला, थाना नस्करी, तहसील नगर, जिला डीग (राजस्थान) द्वारा दर्ज करवाई गई है। पीड़ित ट्रक चालक ने पुलिस को बताया कि वह माल लेकर दिल्ली से मुंबई की ओर जा रहा था और विश्राम के लिए रात्रि में गाड़ी रोककर सो गया था।
🧾 चोरी का विवरण
पीड़ित ड्राइवर के अनुसार, ट्रक में फॉग कंपनी के सेंट्स और पर्सनल केयर उत्पादों के कार्टून लदे हुए थे, जो कि कंपनी द्वारा थोक में सप्लाई किए जा रहे थे। रात के समय जब वह फूड ज़ोन पर रुका, तब ट्रक को लॉक कर आराम करने चला गया। इसी बीच अज्ञात चोरों ने ट्रक के पीछे का लॉक तोड़कर करीब फॉग कंपनी 40 कार्टून चोरी कर लिए, जिनकी कीमत बाजार में लाखों रुपये बताई जा रही है।
👮♂️ पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही गरोठ पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए घटनास्थल का निरीक्षण किया। अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया है।
साथ ही, पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर ट्रक और घटनास्थल की बारीकी से जांच करवाई। पुलिस अब एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। प्रारंभिक तौर पर पुलिस का मानना है कि यह कार्य संगठित गिरोह का हो सकता है, जिन्हें ट्रकों में रखे माल की जानकारी पहले से थी।
🔍 पूर्व नियोजित योजना के संकेत
पुलिस जांच में यह बात स्पष्ट होती जा रही है कि यह वारदात पूर्वनियोजित थी। जिस तरह से ट्रक का लॉक तोड़ा गया और इतने बड़े पैमाने पर कार्टून बिना किसी शोर के ले जाए गए, उससे यह प्रतीत होता है कि चोर पेशेवर गिरोह से जुड़े हो सकते हैं, जो एक्सप्रेसवे पर चलने वाले महंगे ब्रांड्स के ट्रकों की रेकी करते हैं और मौका मिलते ही वारदात को अंजाम देते हैं।
🗣️ स्थानीय प्रतिक्रिया – असुरक्षा का माहौल
इस घटना के बाद एक्सप्रेसवे पर माल लेकर चलने वाले ड्राइवरों और ट्रांसपोर्ट कंपनियों में चिंता का माहौल है। कई स्थानीय ट्रक ड्राइवरों ने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर रात के समय पेट्रोलिंग कम हो जाती है और फूड ज़ोन जैसे स्थानों पर सुरक्षा की पूरी तरह से अनदेखी की जाती है।
एक ट्रक ड्राइवर ने नाम न छापने की शर्त पर कहा –
“यह पहला मामला नहीं है, पहले भी कई बार ट्रक से डीजल चोरी, बैटरी चोरी या माल की चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं होती।“
यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि हाई-टेक माने जाने वाले एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा अभी भी बड़ी चुनौती है।
📉 व्यापारिक नुकसान और भरोसे की चोट
फॉग जैसी बड़ी कंपनियों के माल की ट्रांसपोर्टिंग करने वाले ट्रांसपोर्टरों को इससे सीधा नुकसान हुआ है। माल की चोरी सिर्फ आर्थिक नुकसान नहीं है, बल्कि कंपनी की विश्वसनीयता पर भी असर डालती है। इससे ट्रक चालक और उनके परिवार पर भी मानसिक और आर्थिक बोझ बढ़ता है।
🔚 निष्कर्ष – सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को देश का सबसे आधुनिक और सुरक्षित राजमार्ग माना जाता है, लेकिन गरोठ जैसी जगहों पर इस प्रकार की घटनाएं इस छवि को धूमिल करती हैं।
पुलिस को चाहिए कि वह
- रात्रिकालीन पेट्रोलिंग बढ़ाए,
- फूड ज़ोन पर गार्ड्स की तैनाती सुनिश्चित करे,
- ट्रक चालकों को जागरूक करे, और
- हाईवे पर चल रही संदिग्ध गतिविधियों की मॉनिटरिंग के लिए AI आधारित सर्विलांस सिस्टम को सक्रिय करे।
