भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है। मध्यप्रदेश में 11 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने की घोषणा की गई है, जो ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके साथ ही पूरे देश में कुल 85 नए केंद्रीय विद्यालयों को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के लिए 5800 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
मध्यप्रदेश में इन स्थानों पर खुलेंगे नए केंद्रीय विद्यालय:
1. अशोक नगर
2. नागदा
3. मैहर
4. बालाघाट के तिरोड़ी
5. सिवनी के बरघाट
6. निवाड़ी
7. छतरपुर के खजुराहो
8. कटनी के झिंझरी
9. मुरैना के सबलगढ़
10. राजगढ़ के नरसिंहगढ़
11. भोपाल के कान्हासैया
ग्रामीण छात्रों को मिलेगा लाभ
यह निर्णय ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के प्रतिभाशाली छात्रों को आधुनिक और बेहतर शैक्षिक सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने कहा कि यह कदम छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
केंद्रीय विद्यालयों की भूमिका
केंद्रीय विद्यालय (KV) उत्कृष्ट शिक्षण और मजबूत शैक्षिक ढांचे के लिए जाने जाते हैं। नए विद्यालयों की स्थापना से क्षेत्रीय छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा मिलेगी, जिससे उन्हें प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं और करियर के अवसरों में फायदा होगा।
सरकार का लक्ष्य: शिक्षा में समानता
मोदी सरकार ने इस कदम से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह शिक्षा के अधिकार और शिक्षा में समानता को लेकर प्रतिबद्ध है। ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना छात्रों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा को सुलभ बनाएगी। मध्यप्रदेश में 11 नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना न केवल राज्य के शिक्षा क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि यह निर्णय देश के समग्र विकास में भी योगदान देगा। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए उज्ज्वल भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
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