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October 10, 2025 3:39 pm

भवानीमंडी को मिली दिल्ली-मुंबई एट लेन हाईवे से जुड़ने की मंजूरी — औद्योगिक विकास को मिलेगी नई रफ्तार

🚧 भवानीमंडी को दिल्ली-मुंबई ग्रीन कॉरिडोर से मिलेगा सीधा लिंक, एनएचएआई ने दी मंजूरी

भवानीमंडी के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। अब यह क्षेत्र जल्द ही दिल्ली-मुंबई एट लेन एक्सप्रेसवे से सीधे तौर पर जुड़ने जा रहा है। यह मंजूरी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की हाई लेवल कमेटी द्वारा दी गई है। इससे भवानीमंडी क्षेत्र में औद्योगिक, आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।

यह प्रयास लघु उद्योग भारती के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा लगातार किए गए आग्रह और सक्रिय भागीदारी का परिणाम है। संगठन ने अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री प्रकाश चंद जी के नेतृत्व में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर यह मांग रखी थी।


भवानीमंडी को मिली दिल्ली-मुंबई एट लेन हाईवे से जुड़ने की मंजूरी

📍 8.90 किलोमीटर ग्रीन कॉरिडोर को मिली मंजूरी

भवानीमंडी को दिल्ली-मुंबई एट लेन हाईवे से जोड़ने के लिए सातलखेड़ी के निकट एक लिंक रोड प्रस्तावित की गई थी। यह लिंक रोड भवानीमंडी में देवरिया के पास आकर जुड़ेगी, जिसे ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 8.90 किलोमीटर लंबाई वाले ग्रीन कॉरिडोर का प्रस्ताव तैयार कर दिल्ली मुख्यालय भेजा गया था।

अब उस प्रस्ताव को NHAI की मंजूरी मिल गई है, जिससे भवानीमंडी को राष्ट्रीय सड़क नेटवर्क से सीधे जोड़ा जाएगा। यह जुड़ाव न केवल यातायात सुविधा को बेहतर बनाएगा बल्कि क्षेत्रीय व्यापार, परिवहन और उद्योगों के लिए एक नया अवसर खोलेगा।


🗣️ स्थानीय संगठनों में हर्ष की लहर

इस फैसले से स्थानीय लघु उद्योग भारती के संगठन में खुशी की लहर दौड़ गई है। जानकारी मिलते ही संगठन के पदाधिकारी प्रीतपाल सिंह होरा, कमल सुरेका, गोविंद बिड़ला, सीए प्रकाश गुप्ता आदि ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं प्रकाश चंद जी का आभार जताया।

पदाधिकारियों ने आशा जताई कि यह जुड़ाव भवानीमंडी के लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा और क्षेत्र को औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।


🚛 औद्योगिक विकास को मिलेगा नया प्लेटफॉर्म

भवानीमंडी लंबे समय से एक उद्योगिक संभावना युक्त क्षेत्र माना जाता रहा है, लेकिन कनेक्टिविटी की कमी के कारण यहां की पूरी क्षमता सामने नहीं आ पा रही थी। अब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ाव होने के बाद:

  • माल परिवहन और कच्चे माल की आपूर्ति में तेजी आएगी।
  • आसपास के लघु उद्योगों को राष्ट्रीय बाजार से सीधा संपर्क मिलेगा।
  • नए निवेशकों को आकर्षित किया जा सकेगा।
  • भवानीमंडी की लॉजिस्टिक क्षमताएं मजबूत होंगी।
  • स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

📌 क्या है ग्रीन कॉरिडोर?

ग्रीन कॉरिडोर वह सड़क नेटवर्क होता है जिसे कम पर्यावरणीय प्रभाव, तेज यातायात सुविधा और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत विकसित किया जाता है। भवानीमंडी के प्रस्तावित 8.90 किमी कॉरिडोर में भी:

  • पर्यावरणीय संतुलन को प्राथमिकता दी जाएगी।
  • आधुनिक सड़क डिज़ाइन और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू होगा।
  • औद्योगिक ट्रांसपोर्ट को सपोर्ट करने वाली तकनीकें होंगी।

🛣️ निष्कर्ष

भवानीमंडी को दिल्ली-मुंबई एट लेन हाईवे से जोड़ने की मंजूरी सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के औद्योगिक भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है। यह जुड़ाव भवानीमंडी को मध्य भारत के उभरते औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है।

यशस्वी दुनिया इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए सभी संबंधित संस्थाओं का अभिनंदन करता है और उम्मीद करता है कि यह प्रोजेक्ट समय पर पूर्ण होकर क्षेत्र की तस्वीर बदलने में सहायक होगा।

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