मल्हारगढ़, मंदसौर।
मल्हारगढ़ नगर परिषद के एक कर्मचारी की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे थैला गाड़ी में अस्पताल लाने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए जाने को लेकर विवाद गहरा गया है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के मंडल महामंत्री समरथ गेहलोद ने कड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह वीडियो डिप्टी सीएम श्री जगदीश देवड़ा की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से वायरल किया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, नगर परिषद कर्मचारी संतोष गात अचानक तबीयत बिगड़ने पर नीचे गिर गया था। इसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसे तत्क्षण मदद पहुंचाते हुए थैला गाड़ी में डालकर मल्हारगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया। इस पूरी घटना का एक वीडियो श्यामलाल जोकचन्द्र द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, जिसमें यह दावा किया गया कि समय पर एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई।

इस पर मंडल महामंत्री समरथ गेहलोद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि –
“यह पूरी तरह से भ्रामक और झूठी जानकारी है। परिजनों ने स्वयं बताया है कि उन्होंने किसी भी प्रकार की एम्बुलेंस को कॉल नहीं किया था। यह साफ दर्शाता है कि वीडियो के जरिए झूठ फैलाया जा रहा है और उसका मकसद केवल श्री देवड़ा जी की छवि को नुकसान पहुंचाना है।“
उन्होंने आगे कहा कि डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा वर्षों से क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित रूप से कार्य कर रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण और जनकल्याण के अनेक कार्य उनकी अगुवाई में पूर्ण हुए हैं, और जनता उनके प्रयासों से भली-भांति परिचित है।
वीडियो वायरल करने के पीछे साजिश की आशंका
समरथ गेहलोद ने इस पूरे घटनाक्रम को एक राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि –
“कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जानबूझकर ऐसे वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे हैं, ताकि सरकार और जनप्रतिनिधियों को बदनाम किया जा सके। ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।“
परिजनों की सफाई – ‘हमने एम्बुलेंस को फोन नहीं किया’
घटना के बाद पीड़ित कर्मचारी के परिजनों से जब संपर्क किया गया, तो उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने किसी भी एम्बुलेंस सेवा को फोन नहीं किया था। उनके अनुसार, स्थिति अचानक हुई और पास में मौजूद लोगों ने मदद करते हुए तुरंत थैला गाड़ी की व्यवस्था कर दी थी। उनका यह भी कहना है कि वीडियो में जो दिखाया गया, वह तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश
मंडल महामंत्री समरथ गेहलोद ने अपील की है कि –
“जनता ऐसे झूठे वीडियो और अफवाहों पर ध्यान न दे। विपक्षी ताकतें केवल राजनीतिक लाभ के लिए ऐसी हरकतें कर रही हैं। श्री देवड़ा जी ने हमेशा पारदर्शिता और सेवा को प्राथमिकता दी है और वे आगे भी ऐसा करते रहेंगे।“
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा मांग की गई है कि इस वीडियो को जानबूझकर फैलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में कोई भी इस प्रकार की भ्रामक सूचना फैलाने का साहस न करे।
निष्कर्ष:
यह घटना केवल एक प्रशासनिक स्थिति नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग और राजनीतिक उद्देश्यों से छवि खराब करने का गंभीर मामला बन गई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि डिजिटल युग में तथ्यों की पुष्टि किए बिना किसी भी सूचना को वायरल करना किस प्रकार जनप्रतिनिधियों की छवि और समाज के विश्वास को प्रभावित कर सकता है।
