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अशनीर ग्रोवर: एक सफल उद्यमी की प्रेरणादायक कहानी

3 weeks ago 0 7

परिचय
अशनीर ग्रोवर का नाम भारतीय स्टार्टअप जगत में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। ‘भारतपे’ के सह-संस्थापक और पूर्व प्रबंध निदेशक के रूप में पहचाने जाने वाले अशनीर ने अपनी कड़ी मेहनत, दृढ़ निश्चय और व्यावसायिक कौशल से भारतीय उद्यमिता के क्षेत्र में एक खास मुकाम हासिल किया है। उनकी कहानी न केवल एक सफल उद्यमी बनने की है, बल्कि संघर्षों, विवादों और नए अवसरों से भरी एक प्रेरक यात्रा भी है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
अशनीर ग्रोवर का जन्म और पालन-पोषण दिल्ली मे हुआ। वह बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद से एमबीए किया। उनके शैक्षणिक सफर ने उन्हें बिजनेस और मैनेजमेंट की गहरी समझ दी, जो उनके भविष्य के उद्यमी जीवन में काफी मददगार साबित हुई।
करियर की शुरुआत
IIM से स्नातक करने के बाद, अशनीर ने अपने करियर की शुरुआत कोटक महिंद्रा बैंक में की, जहां उन्होंने लगभग 7 वर्षों तक विभिन्न भूमिकाओं में काम किया। इसके बाद, उन्होंने अमेरिकन एक्सप्रेस और ग्रोफर्स (अब ब्लिंकिट) जैसी कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इन सभी अनुभवों ने उन्हें फिनटेक और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में गहरा ज्ञान और दृष्टिकोण प्रदान किया।
‘भारतपे’ की स्थापना
अशनीर ग्रोवर की सबसे बड़ी उपलब्धि भारतपे की स्थापना के रूप में सामने आई। 2018 में शुरू की गई इस कंपनी का उद्देश्य छोटे व्यापारियों को डिजिटल पेमेंट की सुविधा प्रदान करना था। ‘भारतपे’ ने QR कोड पेमेंट सिस्टम को मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके माध्यम से छोटे दुकानदार अब आसानी से डिजिटल लेन-देन कर सकते हैं, जिससे उनके व्यवसाय में पारदर्शिता और वृद्धि हुई।
भारतपे की अनूठी रणनीति थी ‘नो MDR’ (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) पॉलिसी, जिसने व्यापारियों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के डिजिटल पेमेंट स्वीकार करने की सुविधा दी। यह पहल बहुत ही सफल रही, और भारतपे ने कुछ ही वर्षों में लाखों व्यापारियों को अपने साथ जोड़ा। अशनीर की नेतृत्व क्षमता और आक्रामक मार्केटिंग रणनीतियों ने कंपनी को अरबों डॉलर के वैल्यूएशन पर पहुंचा दिया।
शार्क टैंक इंडिया में योगदान
अशनीर ग्रोवर की लोकप्रियता में और इज़ाफा तब हुआ जब वे शार्क टैंक इंडिया के पहले सीजन में एक निवेशक (शार्क) के रूप में शामिल हुए। उन्होंने इस शो में नए उद्यमियों को अपने बिजनेस आइडिया के लिए फंडिंग देने के साथ-साथ कीमती सुझाव भी दिए। अशनीर की साफ-सुथरी और बेबाक शैली ने दर्शकों का दिल जीत लिया। वे शो में अपनी सटीक और स्पष्ट सलाह के लिए जाने जाते थे, जो कई बार कठोर लेकिन वास्तविक होती थी।
विवाद और चुनौतियाँ
हालांकि अशनीर की सफलता की कहानी प्रेरणादायक है, लेकिन उनके करियर में कुछ विवाद भी रहे हैं। 2022 की शुरुआत में, अशनीर ग्रोवर पर ‘भारतपे’ में वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगा, जिसके बाद उन्हें कंपनी से छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया। इस विवाद ने मीडिया में काफी सुर्खियाँ बटोरीं। हालांकि अशनीर ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है।
मार्च 2022 में, अशनीर ने ‘भारतपे’ के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। इस घटनाक्रम ने भारतीय स्टार्टअप जगत में एक बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया। लेकिन अशनीर ने हार नहीं मानी और एक नई शुरुआत की ओर कदम बढ़ाया।
अशनीर ग्रोवर की किताब: “दोगलापन”
2022 के अंत में, अशनीर ने अपनी आत्मकथा “दोगलापन: द हार्ड ट्रुथ अबाउट स्टार्टअप्स” प्रकाशित की। इस किताब में उन्होंने अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के अनुभवों को साझा किया है। उन्होंने न केवल अपनी सफलता की कहानियों को विस्तार से बताया, बल्कि उद्यमिता की कड़वी सच्चाइयों को भी उजागर किया। यह किताब उन लोगों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है जो उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं।
व्यक्तिगत जीवन
अशनीर ग्रोवर का व्यक्तिगत जीवन भी काफी दिलचस्प है। उनकी पत्नी, माधुरी जैन ग्रोवर, भी एक सफल उद्यमी हैं और ‘भारतपे’ की सफलता में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अशनीर और माधुरी के दो बच्चे हैं, जिनके साथ वे अपना समय बिताना पसंद करते हैं। अशनीर अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं, जिन्होंने हर कदम पर उनका समर्थन किया।
निष्कर्ष
अशनीर ग्रोवर की कहानी हमें सिखाती है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और सही दृष्टिकोण से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन हर बार और मजबूत होकर उभरे। चाहे ‘भारतपे’ की सफलता हो या ‘शार्क टैंक इंडिया’ में उनकी भागीदारी, अशनीर ग्रोवर ने साबित कर दिया है कि वह न केवल एक सफल उद्यमी हैं, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी हैं।
अशनीर ग्रोवर की यात्रा आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो अपने उद्यमी सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि असफलताओं से कभी डरना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें एक नई शुरुआत का अवसर मानकर आगे बढ़ना चाहिए।

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