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June 20, 2025 7:29 pm

अमरनाथ यात्रा 2025: आतंक के साए में यात्रा, सुरक्षा के अभूतपूर्व बंदोबस्त

4 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन, 35 हजार जवान तैनात, 4 हजार CCTV कैमरों की निगरानी

श्रीनगर/पहलगाम। अमरनाथ यात्रा 2024 इस बार बेहद सख्त सुरक्षा व्यवस्था और हाई अलर्ट के बीच शुरू होने जा रही है। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनज़र इस बार की यात्रा को अब तक की सबसे अधिक सुरक्षित यात्रा माना जा रहा है। यात्रा 29 जून से आरंभ होगी और करीब 14 जुलाई तक चलेगी।

श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए अब तक देशभर से 4 लाख से ज्यादा पंजीकरण किए जा चुके हैं। सुरक्षा के मद्देनज़र 35 हजार सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं, जबकि पूरे मार्ग पर 4 हजार से अधिक CCTV कैमरे लगाए गए हैं।

AMARNATH YATRA

पहलगाम और बालटाल रूट पर 46 किलोमीटर की भारी सुरक्षा

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों, पुलिस और अन्य एजेंसियों ने मिलकर पहलगाम और बालटाल रूट पर सफाई, सुविधाएं और निगरानी की तैयारी पूरी कर ली है। बालटाल से लेकर पवित्र गुफा तक करीब 14 किलोमीटर लंबा मार्ग है, जबकि पहलगाम से यह दूरी लगभग 46 किलोमीटर होती है। इन दोनों रूटों पर सुरक्षा चक्र और निगरानी के कई स्तर तैयार किए गए हैं।

1 लाख जवानों की व्यापक तैनाती

पवित्र गुफा तक जाने वाले मार्ग पर कुल 1 लाख जवानों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है, जिसमें अर्धसैनिक बल, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान शामिल हैं। इसके अलावा, बर्फ साफ करने, स्वास्थ्य सेवाओं और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अलग से टीमें लगाई गई हैं।

सभी वाहनों पर रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग अनिवार्य

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग (RFID) का अनिवार्य प्रावधान किया गया है। यह टैग सभी वाहनों और श्रद्धालुओं के साथ जोड़ा जाएगा ताकि उनकी लाइव लोकेशन और गतिविधियों की निगरानी की जा सके। साथ ही, हाईवे पर रियल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम भी काम करेगा।

हेलिकॉप्टर बुकिंग जून से शुरू होगी

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेलिकॉप्टर सेवा की बुकिंग जून से शुरू होगी। अधिकारियों ने बताया कि इस बार हेलिकॉप्टर सेवाएं और अधिक व्यवस्थित और सुगम होंगी। यात्री बालटाल या पहलगाम से पवित्र गुफा के निकटवर्ती स्थलों तक हवाई मार्ग से पहुँच सकेंगे।

स्वच्छता और सुविधाओं पर विशेष ध्यान

गांव विकास विभाग को 5,000 शौचालयों की स्थापना और 2,000 सफाई कर्मियों की तैनाती की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, मेडिकल टीम, एंबुलेंस, और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र मार्ग के हर पड़ाव पर उपलब्ध रहेंगे।


निष्कर्ष: आतंक के बीच आस्था की डगर

अमरनाथ यात्रा 2024 एक बार फिर श्रद्धालुओं की आस्था और प्रशासन की तत्परता की परीक्षा बनेगी। सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त कोशिश है कि हर श्रद्धालु न सिर्फ सुरक्षित, बल्कि सुविधाजनक यात्रा का अनुभव कर सके। बर्फ, पहाड़ और बंदूक की छांव में यह यात्रा इस बार ‘आस्था के साथ सुरक्षा’ का प्रतीक बनकर उभरेगी।

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