रतलाम, 5 जनवरी 2025: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की पीएनटी कॉलोनी में शनिवार-रविवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। चार्जिंग पर लगी स्कूटी में हुए धमाके और आग की चपेट में आकर 11 वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गई। यह घटना रात के समय हुई, जब पूरा परिवार सो रहा था।
रतलाम, 5जनवरी 2025: चार्जिंग पर लगी स्कूटी में हुए विस्फोट ने रतलाम की पीएनटी कॉलोनी में एक बड़ा हादसा कर दिया। इस हादसे में आग की चपेट में आकर 11 वर्षीय मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। घटना रात के समय हुई, जब पूरा परिवार सो रहा था।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगवती प्रसाद मौर्य के घर चार्जिंग पर रखी स्कूटी में अचानक धमाका हुआ। इस विस्फोट से लगी आग ने पास खड़ी एक्टिवा को भी अपनी चपेट में ले लिया। धमाके की आवाज और धुआं पूरे घर में फैल गया, जिससे परिवार के सदस्य जागे।
चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी और परिवार के सदस्यों को घर से बाहर निकाला। लेकिन दुर्भाग्य से, भगवती प्रसाद की 11 वर्षीय नातिन आग की लपटों में फंस गई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मासूम बच्ची की मौत
मृतक बच्ची अपनी मां के साथ छुट्टियां मनाने अपने नाना के घर आई थी। परिवार के मुताबिक, वह रविवार को गुजरात लौटने वाली थी। इस हादसे ने पूरे मोहल्ले को सदमे में डाल दिया है।
आग की भयानकता
घटना के समय आग इतनी तेज थी कि स्कूटी और एक्टिवा पूरी तरह से जलकर खाक हो गए। घर के अंदर रखा अन्य सामान भी आग की चपेट में आ गया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बहुत नुकसान हो चुका था।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने घटना की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि स्कूटी का चार्जिंग सिस्टम हादसे का कारण हो सकता है। पुलिस ने जले हुए वाहनों और अन्य सबूतों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है।
सुरक्षा को लेकर चिंताएं
इस घटना ने चार्जिंग पर लगे इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि चार्जिंग के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
हादसे से जुड़ी प्रमुख बातें
- स्कूटी में चार्जिंग के दौरान विस्फोट हुआ।
- आग की चपेट में आकर 11 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई।
- पास खड़ी एक्टिवा भी जलकर खाक हो गई।
- परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए।
- पुलिस हादसे की गहन जांच कर रही है।
पड़ोसियों की सतर्कता ने बचाई जानें
पड़ोसियों की सतर्कता और फायर ब्रिगेड को समय पर दी गई सूचना ने बड़ी अनहोनी को टाल दिया। हालांकि, मासूम बच्ची को बचाया नहीं जा सका।
आग से बचाव के उपाय
इस हादसे से सबक लेते हुए, चार्जिंग और आग से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- चार्जिंग के दौरान वाहन को हमेशा खुले और हवादार स्थान पर रखें।
- चार्जिंग उपकरण और बैटरी की नियमित जांच कराएं।
- घर और वाहन में आग बुझाने वाले यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) जरूर रखें।
- चार्जिंग के दौरान उपकरणों को ओवरचार्ज न करें।
- धुएं या जलने की गंध महसूस होने पर तुरंत सतर्क हो जाएं।
बच्ची की मौत से परिवार में मातम
इस हादसे ने परिवार और पूरे मोहल्ले को गहरे शोक में डाल दिया है। छुट्टियां मनाने आई बच्ची का इस तरह जाना परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। मोहल्ले के लोग घटना के बाद से सदमे में हैं और हर कोई परिवार के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहा है।
प्रशासन से मदद की अपील
स्थानीय प्रशासन और समाजसेवी संगठनों से अपील की जा रही है कि वे इस हादसे में पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करें। परिवार ने अपने घर के साथ एक मासूम जान भी खो दी है।
निष्कर्ष
रतलाम की यह घटना एक दर्दनाक उदाहरण है कि कैसे थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग सिस्टम को लेकर सतर्कता बरतना अब समय की जरूरत है।
सरकार और स्थानीय प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम बनाने चाहिए। वहीं, आम जनता को भी सावधानी बरतनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
आग से बचाव और सुरक्षा उपायों की जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।