दक्षिण भारत में बारिश शुरू, अलनीनो का असर नहीं; किसानों को अच्छी बारिश की उम्मीद
📍 नई दिल्ली | भोपाल | लखनऊ
🗓️ प्रकाशित: 24 मई 2025 | अपडेटेड: 37 मिनट पहले
✍️ रिपोर्ट: (KAILASASH VISHWAKARMA)


भारत में मानसून 2025 ने इस बार 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए केरल में 8 दिन पहले दस्तक दी है। सामान्यतः मानसून केरल में 1 जून के आसपास पहुंचता है, लेकिन इस बार यह शनिवार, 24 मई को ही राज्य में सक्रिय हो गया।
✅ 16 साल में पहली बार इतना जल्दी मानसून
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, पिछले 16 वर्षों में यह पहला मौका है जब मानसून इतनी जल्दी पहुंचा है। वर्ष 2024 में यह 30 मई को केरल पहुंचा था, जबकि इस बार और भी जल्दी – 24 मई को ही मानसून ने भारत की धरती पर कदम रखा।
📍 मानसून की तेज रफ्तार: तमिलनाडु और कर्नाटक की ओर बढ़ा
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून अब तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और आज (शनिवार) ही यह तमिलनाडु और कर्नाटक के कई जिलों में सक्रिय हो सकता है। पिछले चार दिन से मानसून अरब सागर में लगभग 40-50 किलोमीटर दूर अटका हुआ था, जो शुक्रवार शाम आगे बढ़ा।
🔄 4 जून तक मध्य और पूर्वी भारत पहुंचेगा मानसून
पूर्वानुमान के अनुसार, मानसून एक सप्ताह के भीतर दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों को पूरी तरह कवर कर लेगा। वहीं, 4 जून तक यह मध्य और पूर्वी भारत में भी दस्तक दे सकता है।
🧭 मानसून 2025 की संभावित टाइमलाइन
तिथि | क्षेत्र | स्थिति |
---|---|---|
24 मई | केरल | मानसून की आधिकारिक शुरुआत |
25-27 मई | तमिलनाडु, कर्नाटक | तेज़ बारिश की संभावना |
28-31 मई | आंध्र, तेलंगाना, पूर्वोत्तर | मानसून विस्तार |
1-4 जून | मध्य भारत | सक्रिय मानसून |
15 जून से | उत्तर भारत | विस्तार की प्रक्रिया |
8 जुलाई तक | सम्पूर्ण भारत | पूर्ण कवरेज की संभावना |
☀️🌧️ 24 मई को दोहरी चेतावनी: भारी बारिश और लू का रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने 24 मई 2025 के लिए दो तरह के रेड अलर्ट जारी किए हैं:
⛈️ 1. भारी बारिश का अलर्ट
- गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल के तटीय इलाकों में
- अनुमानित वर्षा: 200 मिमी तक
- अगले सात दिनों तक भारी बारिश की संभावना
🔥 2. लू और गर्मी का प्रकोप
- राजस्थान के पश्चिमी जिलों (जैसे जैसलमेर) में तापमान 48°C तक पहुंचा
- 27 मई तक लू का रेड अलर्ट जारी
🌾 अच्छी बारिश की उम्मीद, खेती को मिलेगा बड़ा सहारा
विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार अलनीनो प्रभाव बेहद कमजोर रहेगा या पूरी तरह समाप्त हो सकता है। इसका मतलब है कि देशभर में सामान्य से अच्छी बारिश की संभावना है। इससे धान, मक्का, कपास और गन्ना जैसी खरीफ फसलों की बुवाई समय पर और व्यापक पैमाने पर संभव हो सकेगी।
⚠️ देश के 28 राज्यों में मौसम का प्रभाव
IMD ने बताया है कि देश के कुल 28 राज्यों में आंधी-तूफान, बिजली गिरने और बारिश की संभावना है। लोगों को घर से बाहर निकलते समय सतर्क रहने और प्रशासन की चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है।
📌 मानसून की शुरुआत का समय और कुल बारिश में कोई संबंध नहीं
मौसम वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि मानसून की जल्दी या देर से शुरुआत का मतलब यह नहीं होता कि पूरे सीजन में बारिश अधिक या कम ही होगी। बारिश की मात्रा क्षेत्रीय परिस्थितियों और अन्य जलवायु कारकों पर निर्भर करती है।
🔍 नजर में रखिए ये बातें
- ✅ मानसून के जल्दी पहुंचने से बुवाई जल्द शुरू होगी
- ⚠️ तटीय इलाकों में बाढ़, जलभराव का खतरा
- 🔥 राजस्थान में गर्म हवाएं जानलेवा साबित हो सकती हैं
- 🌾 किसानों के लिए मौसम अनुकूल होने की संभावना
🔚 निष्कर्ष: मानसून 2025 उम्मीद से आगे निकला
मानसून 2025 ने देश में समय से पहले पहुंचकर एक सकारात्मक संकेत दिया है। इससे न केवल खेती-बाड़ी को बढ़ावा मिलेगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिल सकती है। अब यह देखना होगा कि मानसून आगे भी इसी रफ्तार और संतुलन के साथ देशभर में फैलता है या नहीं।
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