रेलवे द्वारा रींगस के समीप स्थित विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आस्था के केंद्र खाटूश्याम जी को सीधे रेलवे नेटवर्क से जोड़ने के लिए FLS करने की मंजूरी प्रदान की गई है। खाटूश्याम जी के दर्शन हेतु प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु विभिन्न माध्यमों जैसे रेल, रोड तथा पैदल मार्ग से दर्शन के लिए आते हैं। प्रतिदिन क़रीब 30,000 श्रद्धालु आम दिन दर्शनार्थ आते हैं । Friday & saturday & sunday को 4 से 5 लाख श्रद्धालु आते हैं । एकादसी के समय 10 लाख श्रद्धालुमार्च मेला जो 15 दिन का होता है में 30 लाख से 40 लाख श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर सबसे जायदा श्रद्धालु आने वाले भारतीय मंदिरों में एक है।
रेल से आने वाले श्रद्धालु रींगस तक रेल से आते हैं उसके पश्चात वह विभिन्न साधनों से खाटू तक पहुंचते हैं। रींगस से खाटू तक का सफर सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए *रेलवे ने सांस्कृतिक धरोहर व धार्मिक आस्था के केंद्रों को जोड़ने की योजना के तहत रींगस से खाटूश्यामजी तक नई रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी प्रदान की है। सर्वे का काम शीघ्र ही पूरा करके इस नई रेल लाइन के काम को स्वीकृति प्रदान कर कार्य प्रारंभ किया जाएगा जिससे श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द खाटूश्यामजी तक रेल सुविधा प्राप्त हो सके। रेलवे द्वारा माननीय प्रधानमंत्री जी के मिशन विरासत और विकास के तहत धार्मिक स्थलों तक रेल कनेक्टिविटी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।