माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शहडोल के दौरे पर रहेंगे। उन्होंने इस दौरे के दौरान लालपुर में सिकलसेल एनीमिया मिशन का शुभारंभ करेंगे। इस मिशन के अंतर्गत, 1 करोड़ पीवीसी (पारिस्थितिकीय विपणन केंद्र) कार्ड वितरित किए जाएंगे। इसके बाद, वे 6 किलोमीटर दूर स्थित पकरिया गांव जाएंगे, जहां जनजातीय ‘समुदाय के कार्यक्रम’ में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री दोपहर 3.25 बजे लालपुर पहुंचेंगे और शाम 6.40 बजे वापस लौटेंगे। शहडोल का मौसम अनियमित हो रहा है, कभी साफ होता है और कभी बारिश होती है। इसके कारण, प्रशासन ने इन दोनों स्थितियों के लिए तैयारियों को बढ़ावा दिया है। यदि कोई अधिकारिक समारोह प्रभावित होती है, तो प्रधानमंत्री वर्चुअली भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले पीएम मोदी 27 जून को शहडोल जिले के कार्यक्रमों में शामिल होने वाले थे, लेकिन भारी बारिश के कारण उनका दौरा रद्द कर दिया गया था।
पकरिया गांव के जल्दीटोला में प्रधानमंत्री के भोज की तैयारी तेजी से चल रही है। मेन्यू में 17 प्रकार के पकवान शामिल किए गए हैं। इनमें रोजलेट्टा (अमरूद) का शरबत, बेल का शरबत, और आम का पना शामिल हैं। प्रधानमंत्री को परोसे जाने वाली थाली में कोदो भात, कुटकी खीर, ज्वार और मक्के की रोटी, इंद्रहर की कढ़ी, कमल ककड़ी की सब्जी, हल्दी का अचार और महुआ के व्यंजन, खीर या लड्डू भी शामिल किए गए हैं।
गांव के चूल्हे पर पके पकवान तैयार किए जाएंगे। शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के लिए तैयार किए जाने वाले देसी पकवान गांव के चूल्हे पर ही बनाए जाएंगे। प्रधानमंत्री समेत लगभग 20 मेहमानों के लिए भोजन तैयार किया जाएगा। इस भोजन की जांच प्रधानमंत्री के सुरक्षा मानकों के अनुरूप की जाएगी। प्रधानमंत्री जमीन पर बैठकर भोजन करेंगे l
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शहडोल के दौरे पर रहेंगे। उन्होंने इस दौरे के दौरान लालपुर में सिकलसेल एनीमिया मिशन का शुभारंभ किया है। इस मिशन के अंतर्गत, 1 करोड़ पीवीसी (पारिस्थितिकीय विपणन केंद्र) कार्ड वितरित किए जाएंगे। इसके बाद, वे 6 किलोमीटर दूर स्थित पकरिया गांव जाएंगे, जहां जनजातीय ‘समुदाय के कार्यक्रम’ में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री दोपहर 3.25 बजे लालपुर पहुंचेंगे और शाम 6.40 बजे वापस लौटेंगे। शहडोल का मौसम अनियमित हो रहा है, कभी साफ होता है और कभी बारिश होती है। इसके कारण, प्रशासन ने इन दोनों स्थितियों के लिए तैयारियों को बढ़ावा दिया है। यदि कोई अधिकारिक समारोह प्रभावित होती है, तो प्रधानमंत्री वर्चुअली भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले पीएम मोदी 27 जून को शहडोल जिले के कार्यक्रमों में शामिल होने वाले थे, लेकिन भारी बारिश के कारण उनका दौरा रद्द कर दिया गया था
पकरिया गांव के जल्दीटोला में प्रधानमंत्री के भोज की तैयारी तेजी से चल रही है। मेन्यू में 17 प्रकार के पकवान शामिल किए गए हैं। इनमें रोजलेट्टा (अमरूद) का शरबत, बेल का शरबत, और आम का पना शामिल हैं। प्रधानमंत्री को परोसे जाने वाली थाली में कोदो भात, कुटकी खीर, ज्वार और मक्के की रोटी, इंद्रहर की कढ़ी, कमल ककड़ी की सब्जी, हल्दी का अचार और महुआ के व्यंजन, खीर या लड्डू भी शामिल किए गए हैं।
गांव के चूल्हे पर पके पकवान तैयार किए जाएंगे। शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के लिए तैयार किए जाने वाले देसी पकवान गांव के चूल्हे पर ही बनाए जाएंगे। प्रधानमंत्री समेत लगभग 20 मेहमानों के लिए भोजन तैयार किया जाएगा। इस भोजन की जांच प्रधानमंत्री के सुरक्षा मानकों के अनुरूप की जाएगी। प्रधानमंत्री जमीन पर बैठकर भोजन करेंगे और उनके साथ राज्यपाल, मुख्यमंत्री, और मंत्रिमंडल के सदस्य भी शामिल होंगे।
चंदिया की सुराही से पानी पिएंगे। प्रधानमंत्री के पेयजल के लिए चंदिया की मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग होगा। कमिश्नर राजीव शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के लिए पीने के लिए पानी चंदिया की मशहूर सुराही में रखा जाएगा। मिट्टी के जग और ग्लास में ही पेय पदार्थ प्रधानमंत्री को सर्विस किया जाएगा।
चंदिया की सुराही से पानी पिएंगे। प्रधानमंत्री के पेयजल के लिए चंदिया की मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग होगा। कमिश्नर राजीव शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के लिए पीने के लिए पानी चंदिया की मशहूर सुराही में रखा जाएगा। मिट्टी के जग और ग्लास में ही पेय पदार्थ प्रधानमंत्री को सर्विस किया जाएगा।